1) तु तो हिस्सा बन गया है मेरे दिल का...
और तेरी यादे मेरे दर्द कि...
तेरा दर्द भी नही निकाल सकते दिल से...
कही दर्द के साथ जान ना निकल जायें...
2) मान लिया है हमने कि आपको हमसे दिदार नही
दिल आपका यु बेमतलब बेताब भी नही.
प्यार ना सही, नफरत ही दे दे जान-ए-मन.
क्या हम उन चंद लब्जोके भी हकदार नही
3) पुछा था इजहार - ए - मोहब्बत तुम्हे...
तुने आसमान ये प्यार का मेरे नाम कर दिया..
मिला है सुकुन तडपती इस रुहं हो तेरी आहत मे..
खुदही को मुझमे मिलाके फनाह कर दिया...
- किशोरिका
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