दिलकश आँखें निखरा चेहरा
शीशे जैसा ये बदन,
ऐसे चमके रुप तुम्हारा
जैसे पाणी मे किरण,
शहरोंकी इन गलियोंमे है
चर्चे तेरे नाम के,
इतने सारे हुस्न के जलवे
प्यार बिना किस काम के,
मुझको गलेसे लगालो
जानेजाना मेरा दिल बेजार हो गया...
काश तुझ पर भी, लागु होती "RTI"...ऐ जिन्दगी तुझसे, बहुत से जवाब चाहिए..
दिलकश आँखें निखरा चेहरा
शीशे जैसा ये बदन,
ऐसे चमके रुप तुम्हारा
जैसे पाणी मे किरण,
शहरोंकी इन गलियोंमे है
चर्चे तेरे नाम के,
इतने सारे हुस्न के जलवे
प्यार बिना किस काम के,
मुझको गलेसे लगालो
जानेजाना मेरा दिल बेजार हो गया...
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